विंडोज XP की विशेषताएँ (Characteristics of Windows XP)
विंडोज XP की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं
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1) 32 बिट ऑपरेटिंग सिस्टम (32-Bit Operating System)- कम्प्यूटर डेटा को बिट के रूप में स्टोर करता है और प्रोसेस करता है। ऑपरेटिंग सिस्टम की कार्यक्षमता बिट्स की संख्या पर निर्भर करती है जो एक समय पर प्रोसेस कर सकता है। विंडोज एक 32 या 64 बिट का ऑपरेटिंग सिस्टम होता है जो एक समय में 32 या 64 बिट डेटा भेज और प्राप्त कर सकता है।
2) पोर्टेबिलिटी (Portability) - एक ऑपरेटिंग सिस्टम किसी स्पेशल माइक्रोप्रोसेसर के लिए। डिजाइन किया जाता है जो उस माइक्रोप्रोसेसर की मुख्य विशेषताओं का लाभ उठा सके। हालांकि, किसी दूसरे माइक्रोप्रोसेसर पर चलने वाले कम्प्यूटर के साथ ऑपरेटिंग सिस्टम के अनुरूप (Compatible) नहीं हो सकता है। जो ऑपरेटिंग सिस्टम विभिन्न माइक्रोप्रोसेसर पर चलने की क्षमता रखता है, उसे पोर्टेबिलिटी कहते हैं। विंडोज एक पोर्टेबल ऑपरेटिंग सिस्टम है, जो पहले इंटेल के 80486 माइक्रोप्रोसेसर पर चला सकते हैं। साथ ही साथ पेन्टियम के नए माइक्रोप्रोसेसर पर भी चला सकते हैं।
3) अनुमापकता (Scalability)- डेटा प्रोसेसिंग करने के लिए विंडोज अनेक माइक्रोप्रोसेसर का उपयोग कर सकता है। वास्तव में एक विंडोज सर्वर एक साथ 32 माइक्रोप्रोसेसर को सपोर्ट करता है। विंडोज आर्किटेक्चर को अतिरिक्त प्रोसेसर (Additional Processer) का लाभ उठाने के लिए तथा माइक्रोप्रोसेसर की क्रियाशीलता सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन किया गया है।
4) मल्टी-टास्किंग सुविधाएँ (Multi Tasking Features) - विंडोज एक मल्टी-टास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम है, जिसका मतलब है कि यह एक साथ एक से अधिक कार्य कर सकता है। टाइम शेयरिंग के सिद्धान्त का उपयोग करके मल्टी-टास्किंग का इम्प्लीमेन्ट (Implement) किया जाता है जो प्रत्येक कार्य को एक निश्चित समय में करने की अनुमति देता है। माइक्रोप्रोसेसर सभी कार्यों को एक लाइन (Queue) में व्यवस्थित करता है और प्रत्येक कार्य को केवल उसकी समय अवधि में संचालित करता है। इस प्रकार ऑपरेटिंग सिस्टम एक समय में एक से अधिक कार्य करने के लिए प्रबन्धित करता है। ऑपरेटिंग सिस्टम की इस सुविधा को प्रीम्पेटिव मल्टीटास्किंग के रूप में भी जाना जाता है।
5) मल्टीपल यूजर सर्पोट (Multiple User Support)- विंडोज एक मल्टी-यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम है, जिसका मतलब है कि यह एक समय में अनेक उपयोगकर्ताओं का समर्थन (Supports) करता है। अनेक उपयोगकर्ता कम्प्यूटर पर संगृहित (Stored) समान रिसो (Same Resources) को साझा (Share) कर सकते हैं।
6) मल्टी थ्रेडिंग (Multi-Threading) - विंडोज द्वारा प्रदान की जाने वाली मल्टी-टास्किंग और मल्टीयूजर (Multi-user) समर्थन विंडोज द्वारा प्रदान (Provided) की गई मल्टी-थ्रेडिंग के सिद्धान्त द्वारा लागू (Implement) किया गया है। एक प्रोग्राम (Program) को कई खण्डों में विभाजित किया जाता है जिसे टास्क कहा जाता है और इन टास्क को जब पुनः विभाजित किया जाता है, तब इसे थ्रेड (Thread) कहा जाता है। थ्रेड (Thread) प्रत्येक प्रोसेस में सिस्टम रिसोर्स (Resource) को निर्धारित करता है जो कि इन रिसोर्स (Resource) पर पहुँच कर ऑपरेशन कर सकता है। विंडोज एक से अधिक थ्रेड (Thread) के साथ जुड़े होने की प्रोसेस को अनुमति देता है।
उदाहरण के लिए, कोई उपयोगकर्ता (User) एक डॉक्यूमेन्ट (Document) को संशोधित (Modify) और प्रिन्ट कर सकता है, जबकि कोई दूसरा उपयोगकर्ता (User) उसी डॉक्यूमेन्ट पर एक साथ कुछ और कार्य कर सकता है इसलिए विभिन्न प्रोसेस एक साथ कर सकते हैं। सभी प्रोसेस के लिए थ्रेड होते हैं।
7) अनुकूलता (Compatibility)- नेटवर्किंग (Networking) और रिसोर्स (Resource) को शेयर लिए विंडोज अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ संगत patible) है।
8) बिल्ट-इन नेटवर्किंग (Built-In Networking)- विंडोज क्लाइन्ट / सर्वर आर्किटेक्चर का उपयोग करके नेटवर्किंग का समर्थन (Support) करता है। प्रत्येक कम्प्यूटर सर्वर (Server) और दूसरे कम्प्यूटरों पर रिसोर्स और डेटा का संचार (Communication) करता है इसलिए, रिसोर्स और डेटा को एक्सेस कर सकते हैं। नेटवर्किंग का समर्थन (Support) भी विंडोज को सक्षम बनाता है (Network) में रिसोर्स को साझा (Share) करने की अनुमति देता है।
9) ग्राफिक यूजर इन्टरफेस (Graphic User Interface) - विंडोज एक यूजर फ्रेन्डली (User Friendly) ग्राफिकल (Graphical) इन्टरफेस है। उपयोगकर्ता ड्रॉप-डाउन मेन्यू से विकल्प (Option) का चयन करके और प्रोग्राम को निष्पादित (Execute) करने के लिए आइकन (Icon) पर क्लिक करके जटिल कार्य कर सकता है।
10) अनुकूलन इन्टरफेस (Customisable Interface) - विंडोज को यूजर की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार अनुकूलित किया जा सकता है। उपयोगकर्ता (User) डेस्कटॉप का रंग, फॉन्ट (Font) आदि बदल सकता है और अपनी आवश्यकताओं के अनुसार सिस्टम कॉन्फिगरेशन को संशोधित कर सकता है। विंडोज असक्षम लोगों के लिए भी पर्याप्त विकल्प प्रदान करता है।
विंडोज XP वेल्कम स्क्रीन का परिचय (Introduction to Welcome Screen of Windows XP)
जब कोई उपयोगकर्ता (User) विंडोज XP कम्प्यूटर को ऑन करता है तो उसे सबसे पहले एक Welcome स्क्रीन दिखेगी। इसे विंडोज XP की Welcome स्क्रीन कहते हैं। वेलकम स्क्रीन, कम्प्यूटर पर प्रत्येक उपयोगकर्ता के यूजर आइकॉन (User Icon) और नाम (Name) दिखाती है। वेल्कम स्क्रीन के नीचे बाँए कोने (Left Corner) में टर्न ऑफ (Turm Off) कम्प्यूटर बटन है। विंडोज XP उपयोगकर्ता (User) को कम्प्यूटर लॉगइन (Login) करने के लिए कुछ तरीके देता है। कम्प्यूटर को लॉगइन करने के लिए यूजर नेम (User Name) और पासवर्ड का उपयोग किया जाता है। कभी-कभी जब कम्प्यूटर ऑन किया जाता है तो विंडोज XP स्वयं (Automatically) चालू हो जाता है।
वेल्कम स्क्रीन का उपयोग करके विंडोज XP को शुरू करना
वेल्कम स्क्रीन का उपयोग करके विंडोज XP को शुरू करने के स्टेप निम्न हैं-
स्टेप 1- अपने कम्प्यूटर को चालू करें, जब विंडोज XP लोड (Load) हो जाता है तो वेलकम स्क्रीन प्रदर्शित करता है।
स्टेप 2- यूजर नेम (User Name) पर क्लिक करें।
स्टेप 3- अब अपना पासवर्ड लिखें।
स्टेप 4- ग्रीन एरो (Green Arrow) पर क्लिक करें या Enter दबाएँ।
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